माध्यमिक शिक्षा में शीघ्र होने जा रहा व्यापक स्तर पर बदलाव

प्रदेश के सभी माध्यमिक विधालयों में तीन वर्ष के भीतर बनेगी मार्डन लैब
,विद्यालयों में फर्नीचर की नहीं होने पाएगी कोई कमी
बजट की नही है विभाग में कोई कमी – विजय किरन आनंद
प्रयागराज। बेसिक शिक्षा में व्यापक स्तर पर बदलाव करने के बाद प्रदेश के  माध्यमिक शिक्षा  के नवनियुक्त शिक्षा महानिदेशक (डीजी) विजय किरन आनंद अब माध्यमिक शिक्षा में व्यापक स्तर पर बदलाव की तैयारियों में जोरशोर से लग गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी माध्यमिक विधालयों में सभी मूलभूत सुविधाएं शीध्र उपलब्ध करायी जाएगी। कहा कि अगले तीन वर्षों में प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान और रसायन  विज्ञान की मार्डन प्रयोगशाला (लैब) उपलब्ध हो जाएंगी जिससे कि बच्चों को प्रयोगात्मक परीक्षा में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं विद्यालयों में बच्चों को बैठने के लिए  फर्नीचर (डेस्क-बेंच सहित अन्य जरूरी फर्नीचर से संबंधित सुविधाएं) सहित सभी सुविधाएं शीध्र मुहैया करायी जाएंगी जिससे कि बच्चों को पढाई के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाएं।
प्रदेश के बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के महानिदेशक (डीजी) विजय किरन आनंद गुरुवार को प्रयागराज में थे। वह प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुंभ-2025 की तैयारियों की समीक्षा  बैठक में परेड स्थित टि्पलसी सभागार में शामिल हुए। प्रदेश के बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के महा निदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि प्रदेश की बेसिक शिक्षा में व्यापक स्तर फर सुधार किया जा चुका। विधालयों को मार्डन करते हुए बेहतर शिक्षा बच्चों को दी जा रही है। समय-समय पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा। बच्चों के बैठने के लिये डेस्क-बेंच की सुविधाएं दी गयी है। शिक्षकों की सुविधा के लिए आनलाइन अवकाश की सुविधा की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि अगले सत्र की किताबों की छपाई का टेण्डर हो गया है जो छपकर जिलों में 15 मार्च  2023 तक पहुंच जाएंगी।
प्रदेश के बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने कहा कि अब माध्यमिक शिक्षा में व्यापक स्तर पर सुधार के लिये जोर दिया जा रहा है। प्रदेश के जिन माध्यमिक विधालयों में बच्चों के बैठने के लिये डेस्क- बेंच की सुविधाएं नही है वहा पर यह सुविधाएं शीध्र होने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी माध्यमिक विधालयों में रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान की मार्डन (आधुनिक) प्रयोगशालाएं तीन वर्ष के भीतर तैयार होगी जिससे कि बच्चों को प्रयोगशाला के लिए परेशान न होना पडे। बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के महा निदेशक विजय किरन आनंद ने कहा कि यूपी बोर्ड के हाई स्कूल और इण्टर मीडिएट की परीक्षा को सकुशल कराना सबसे बडी चुनौती है। पहले चरण में परीक्षा केन्द्रों का सकुशल निर्धारण करना और दूसरे चरण में प्रायोगिक परीक्षाएं संचालित कराना है जिससे कि कोई परेशानी बच्चों और शिक्षकों को न होने पाये।

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